कानपुर। शुक्रवार को प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव शहीद कैप्टन के परिवार को सांत्वना देने कानपुर उनके घर पहुंचे। परिजनों से मिलकर लोटने के बाद अब अखिलेश को परिवार और पड़ोसियों की नाराजगी झेलनी पड़ रही है।
पड़ोसियों और परिवार वालों का कहना है कि अगर अखिलेश यादव को शहीद के सम्मान में अपनी मौजूदगी दर्ज करानी थी तो अकेले आते, अपने साथ इतनी ज्यादा भीड़ क्यों ले आए।
शुक्रवार को लालबंग्ला स्थित डिफेंस कॉलोनी में जब अखिलेश यादव शहीद कैप्टन के घर पहुंचे तो उनका स्वागत आयुष यादव के चाचा ने किया। पूर्व सीएम को नीचे बरामदे में बिठाया गया। जब थोड़ी देर हो गई तो अखिलेश यादव ने पूछा कि कैप्टन के माता पिता कहां हैं। उन्हें बताया गया कि माता पिता ऊपर के कमरे में शहीद के कर्नल के साथ बैठे हैं बस थोड़ी देर में आ रहे हैं।
बताया जा रहा है कि इतना सुनते ही अखिलेश यादव थोड़े से गुस्सा गए और कहा कि कर्नल मुझसे ज्यादा बड़े हैं क्या औऱ सीधे ऊपर कमरे में चले गए।
इस तरह से अखिलेश के सीधे कमरे में पहुंच जाने से शहीद आयुष यादव के माता पिता भी थोड़े असहज हो गए। अखिलेश यादव के इस दौरे ने जहां परिजनों को थोड़ा परेशानी में डाला वहीं उनके समर्थकों की भीड़ से आसपास के लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।